Lakshmi Panchami 2025 Date |
Lakshmi Panchami 2025 Date: श्री पंचमी या लक्ष्मी पंचमी (Shri Panchami or Lakshmi Panchami) के नाम से विख्यात यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की माना जाती है। माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और साधक के जीवन में कभी भी धन, वैभव और ऐश्वर्य की कोई कमीं नहीं रहती तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं लक्ष्मी पंचमी 2025 में कब है (Lakshmi Panchami 2025 Kab Hai), लक्ष्मी पंचमी का शुभ मुहूर्त (Lakshmi Panchami Shubh Muhurat), लक्ष्मी पंचमी का महत्व और लक्ष्मी पंचमी की पूजा विधि (Lakshmi Panchami Importance and Lakshmi Panchami Puja Vidhi)
लक्ष्मी पंचमी का महत्व (Lakshmi Panchami Ka Mahatva)
लक्ष्मी पंचमी का त्योहार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। माता लक्ष्मी को धन, वैभव, सुख और समृद्धि की देवी माना जाता है। जो यदि आपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाएं तो उनके जीवन में कभी भी इन सब चीजों की कमीं नहीं रहती। इस दिन उपवास रखकर माता लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। माता लक्ष्मी का एक नाम श्री भी है। इसलिए लक्ष्मी पंचमी को श्री पंचमी भी कहा जाता है।
जो लोग भी धन की कमीं के कारण परेशान हैं उन्हें इस व्रत का अवश्य ही करना चाहिए। इसके अलावा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस दिन पूरी विधि से व्रत रखता है। वह अपने 21 कुलों के साथ मां लक्ष्मी के लोक में जगह पाता है। वहीं जो भी स्त्रियां इस व्रत को रखती हैं उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होती है। उनकी संतान गुण, रूप व धन से संपन्न होती हैं। लक्ष्मी पंचमी के दिन को सात कल्पादि तिथियों में से एक माना जाता है। इसी वजह से यह दिन अत्यंत ही लाभदायक और सौभाग्यशाली होता है।
लक्ष्मी पंचमी की पूजा विधि (Lakshmi Panchami Puja Vidhi)
1. लक्ष्मी पंचमी से एक दिन पहले यानी चतुर्थी दिन के दिन साधक को नमक बिल्कुल त्याग देना चाहिए और मीठा ही भोजन करना चाहिए।
2. इसके बाद लक्ष्मी पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
3. वस्त्र धारण करने के बाद एक चौकी लेकर उस पर गंगाजल छिड़कने के बाद लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और फिर सोने,तांबे या फिर मिट्टी का कलश स्थापित करें।
4.इसके बाद कमल पर फूलों पर बैठी माता लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। यदि आपके पास श्री यंत्र है तो उसे भी पूजा में अवश्य रखें।
5. मूर्ति या तस्वीर स्थापित करने के बाद माता लक्ष्मी को अनाज,हल्दी,गुड़ और अदरक अर्पित करने चाहिए।
6. इसके बाद माता लक्ष्मी को माला रंग के फूलों की माला पहनाएं और उन्हें कमल का फूल अर्पित करें।
7. कमल के फूल अर्पित करने के बाद माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें।
8. मंत्र जाप करने के बाद यदि संभव हो तो श्री सूक्त का भी पाठ अवश्य करें। क्योंकि श्री सूक्त का पाठ करने से माता लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हैं।
9. इसके बाद माता लक्ष्मी की धूप,दीप व कपूर से आरती उतारें और फिर उन्हें खीर का भोग लगाएं।
10. अंत में माता लक्ष्मी से पूजा में हुई किसी भी भूल के लिए क्षमा याचना करना ने भूलें और फिर इसके बाद माता लक्ष्मी को भोग लगाई खीर को प्रसाद के रूप में बाटें और जब आप अपने व्रत का पारण करें तो इसी खीर से ही करें।
लक्ष्मी पंचमी 2025 तिथि (Lakshmi Panchami 2025 Date)
2 अप्रैल 2025
लक्ष्मी पंचमी 2025 शुभ मुहूर्त (Lakshmi Panchami 2025 Shubh Muhurat)
पञ्चमी तिथि प्रारम्भ - रात 2 बजकर 32 मिनट से (2 अप्रैल 2025)
पञ्चमी तिथि समाप्त - रात 11 बजकर 49 मिनट तक (2 अप्रैल 2025)
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