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Sharada Pooja Vidhi: यहां जानें शारदा पूजा की संपूर्ण विधि

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Sharada Pooja Vidhi

Sharada Pooja Vidhi: मां सरस्वती के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए शारदा पूजा की जाती है। यह पूजा दिवाली (Diwali) के मुख्य त्योहार पर लक्ष्मी पूजा और चोपड़ा पूजा (गुजरात) के साथ की जाती है। ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती (Devi Saraswati) को शारदा के नाम से भी जाना जाता है। देवी लक्ष्मी के साथ भक्त इस दिन देवी सरस्वती (बुद्धि) और भगवान गणेश (ज्ञान) की भी पूजा करते हैं। मूलतः दीपावली के दिन इन तीनों देवताओं की एक साथ पूजा की जाती है।

माना जाता है कि इस दिन मां शारदा की पूजा करने से ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि आप भी दीवाली के दिन मां शारदा की पूजा करना चाहते हैं और आपको मां शारदा की पूजा विधि के बारे में नहीं पता है तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो बिना किसी देरी के चलिए डालते हैं मां शारदा की पूजा विधि पर एक नजर...

शारदा पूजन विधि (Sharada Poojan Vidhi)

1.शारदा पूजा दिवाली के दिन की जाती है। इस दिन शाम के समय लक्ष्मी पूजन के समय ही मां शारदा की पूजा करें।

2. इसके बाद एक साफ चौकी लें और उस पर गंगाजल छिड़कर कर सफेद रंग का वस्त्र बिछाएं।

3. चौकी पर कपड़ा बिछाने के बाद भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद सबसे पहले भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा करें।

4.भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा के बाद मां सरस्वती की पूजा करें। सबसे पहले उन्हें सफेद या पीले रंग फूल और सफेद चंदन अर्पित करें। इसके बाद मां सरस्वती को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें।

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5. यह सभी वस्तुएं अर्पित करने के बाद मां सरस्वती के आगे धूप व दीप जलाएं और ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः मंत्र का जाप करें। 

6. मंत्र जाप के बाद माता सरस्वती के चरणों में गुलाल अर्पित करें और मां सरस्वती की विधिवत पूजा करें।

7. मां सरस्वती की पूजा करने के बाद पुस्तकों और वाद्य यंत्रों की भी पूजा करें 

8. इसके बाद मां सरस्वती की कथा पढ़ें या सुनें और मां सरस्वती की धूप व दीप से आरती उतारें। 

9.मां सरस्वती की आरती उतारने के बाद उन्हें मालपुआ और खीर का भोग लगाएं।

10.इसके बाद माता सरस्वती से किसी भी प्रकार की भूल के लिए क्षमा याचना अवश्य करें और मालपुआ और खीर घर के सभी लोगों के बीच बाटें।

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